ITI Vs Diploma Course– जानें दोनों कोर्स की पढ़ाई, फीस, सैलरी और सरकारी नौकरी के मौके। सही चुनाव करें और भविष्य को बनाएं सुरक्षित।
जब कोई छात्र 10वीं या 12वीं पास करता है, तो उसके सामने सबसे बड़ा सवाल होता है — अब आगे क्या करें? हर किसी के पास ग्रेजुएशन तक पढ़ने का समय या साधन नहीं होता, और कई बार परिवार की आर्थिक स्थिति ऐसी होती है कि जल्दी नौकरी पाने की ज़रूरत होती है। ऐसे में दो विकल्प सामने आते हैं: ITI या डिप्लोमा कोर्स।
ITI Vs Diploma Course इनमें से कौन-सा ज्यादा सही है, यह जानना ज़रूरी है:
दोनों ही कोर्स एक बेहतर भविष्य के लिए रास्ता खोल सकते हैं, लेकिन इनमें से कौन-सा ज्यादा सही है, यह जानना ज़रूरी है। क्योंकि एक सही फैसला आपकी ज़िंदगी की दिशा तय कर सकता है। तो चलिए जानते हैं कि “ITI बनाम डिप्लोमा कोर्स” में से आपके लिए कौन सा बेहतर हो सकता है।
सबसे पहले बात करते हैं ITI की। ITI यानी Industrial Training Institute। यह कोर्स खासतौर पर उन छात्रों के लिए है जो किसी खास तकनीकी या व्यावसायिक (vocational) काम में महारत हासिल करना चाहते हैं। ITI कोर्स का मकसद छात्रों को इंडस्ट्री के लिए तैयार करना होता है – यानी पढ़ाई के बजाय ज्यादा फोकस स्किल और प्रैक्टिकल ट्रेनिंग पर होता है।
ITI में Electrician, Fitter, Welder, Plumber, Diesel Mechanic, Computer Operator, Draughtsman जैसे कई ट्रेड्स होते हैं। इनकी अवधि 6 महीने से लेकर 2 साल तक हो सकती है। खास बात ये है कि ITI कोर्स करने के लिए 10वीं पास होना ही काफी होता है।
अब बात करें डिप्लोमा कोर्स की। डिप्लोमा एक तकनीकी या पेशेवर डिग्री जैसा कोर्स होता है, जिसे आप 10वीं या 12वीं के बाद कर सकते हैं। यह तीन साल का कोर्स होता है और इसमें Civil Engineering, Mechanical, Electrical, Computer Science, Electronics जैसे ब्रांच मिलते हैं।
डिप्लोमा कोर्स, ITI से थोड़ा ज्यादा अकादमिक और थ्योरी आधारित होता है। इसमें पढ़ाई के साथ-साथ प्रैक्टिकल ट्रेनिंग भी होती है, लेकिन इसे ज्यादातर छात्र इंजीनियरिंग या दूसरे ग्रेजुएशन कोर्स से जोड़कर करते हैं।
अगर तुलना करें तो ITI आपको जल्दी काम के लायक बना देता है, जबकि डिप्लोमा थोड़ा लंबा कोर्स है, लेकिन उसकी वैल्यू भी ज़्यादा होती है। ITI करने के बाद आप टेक्नीशियन, ऑपरेटर या जूनियर असिस्टेंट जैसे पदों पर काम कर सकते हैं, वहीं डिप्लोमा होल्डर को जूनियर इंजीनियर, सुपरवाइजर या असिस्टेंट मैनेजर जैसी नौकरियां मिल सकती हैं।
सरकारी नौकरी के लिहाज़ से बात करें तो ITI छात्रों के लिए कई सरकारी विभागों में भर्ती निकलती है – जैसे रेलवे, PWD, बिजली विभाग, और रक्षा मंत्रालय में ट्रेड अप्रेंटिस, तकनीशियन आदि की पोस्ट।
वहीं डिप्लोमा होल्डर्स के लिए SSC JE, RRB JE, PSU में टेक्निकल पोस्ट के लिए अच्छी भर्तियाँ निकलती हैं। यानी सरकारी नौकरी के लिहाज से दोनों कोर्स अच्छे हैं, बस स्किल और पढ़ाई में अंतर है।
अगर फीस की बात करें तो ITI कोर्स सस्ता होता है। सरकारी ITI में सालाना फीस ₹1000 से ₹5000 तक हो सकती है, जबकि प्राइवेट ITI में यह ₹15,000 से ₹30,000 तक जाती है। डिप्लोमा कोर्स की फीस थोड़ी ज्यादा होती है – सरकारी कॉलेज में ₹5000 से ₹10,000 प्रति सेमेस्टर और प्राइवेट में ₹20,000 से ₹50,000 तक।
अब बात करते हैं सैलरी की। ITI कोर्स के बाद शुरूआती सैलरी ₹10,000 से ₹18,000 प्रति माह हो सकती है, जबकि डिप्लोमा करने के बाद ₹15,000 से ₹25,000 या इससे ज्यादा भी मिल सकती है – खासकर अगर आपने किसी reputed कंपनी में इंटर्नशिप की हो।
तो अब सवाल उठता है – आपके लिए कौन सा बेहतर है?
अगर आप जल्दी नौकरी चाहते हैं, कम खर्च में कोर्स करना चाहते हैं और स्किल-बेस्ड काम में रुचि रखते हैं, तो ITI एक शानदार विकल्प हो सकता है। लेकिन अगर आप थोड़ा ज्यादा पढ़ाई करने के लिए तैयार हैं और भविष्य में बी.टेक या इंजीनियरिंग में जाना चाहते हैं, तो डिप्लोमा बेहतर साबित हो सकता है।
हर कोर्स की अपनी अहमियत होती है। ITI आपको हाथों से काम करने वाला एक्सपर्ट बनाता है, जबकि डिप्लोमा आपको तकनीकी समझ और इंडस्ट्री लेवल पर सोचने की क्षमता देता है।
Conclusion:
जरूरी नहीं कि हर किसी को इंजीनियर बनना हो या बड़ी डिग्री लेनी हो। आज के दौर में टेक्निशियन, ऑपरेटर, और फील्ड एक्सपर्ट की भी काफी मांग है – और ITI उन्हें तैयार करता है।
तो अगली बार जब आप ये सोचें कि ITI बनाम डिप्लोमा कोर्स में से कौन बेहतर है, तो अपना लक्ष्य, अपनी रुचि और अपनी स्थिति को ध्यान में रखकर फैसला लें।
एक सही कोर्स, सही समय पर, आपके पूरे जीवन की दिशा बदल सकता है।
FAQs
Q1: ITI और डिप्लोमा में क्या अंतर है?
ITI स्किल-बेस्ड और शॉर्ट टर्म होता है, जबकि डिप्लोमा थ्योरी + प्रैक्टिकल बेस्ड तीन साल का कोर्स होता है।
Q2: ITI करने के बाद कौन-कौन सी सरकारी नौकरियां मिल सकती हैं?
रेलवे, बिजली विभाग, DRDO, डिफेंस में टेक्नीशियन और अप्रेंटिस पोस्ट मिलती हैं।
Q3: डिप्लोमा करने के बाद क्या B.Tech में लेटरल एंट्री मिलती है?
हाँ, डिप्लोमा के बाद आप सीधे B.Tech के सेकंड ईयर में एडमिशन ले सकते हैं।